बागेश्वर से उत्तरकाशी तक जनजीवन अस्त-व्यस्त, लैंडस्लाइड और मलबे में फंसे तीर्थयात्री, बचाव कार्य जारी
मॉनसून की मार से पहाड़ी जिले बेहाल
देहरादून: उत्तराखंड में मॉनसून ने एक बार फिर अपनी ताकत दिखाई है। बीते 24 घंटे की भारी बारिश से बागेश्वर, उत्तरकाशी, चमोली जैसे कई जिलों में भूस्खलन (लैंडस्लाइड) की घटनाएं सामने आई हैं। खासतौर पर बागेश्वर के कपकोट क्षेत्र में स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है जहां 20 से अधिक सड़कों पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया है।
यमुनोत्री में तीर्थयात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं
यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर भारी मलबा आने के कारण कई तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया है, लेकिन कुछ श्रद्धालुओं की तलाश अभी भी जारी है। तीर्थस्थलों की ओर जाने वाले रास्ते अत्यधिक फिसलन भरे और जोखिमपूर्ण हो चुके हैं।
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जिलाधिकारियों और आपदा प्रबंधन टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। SDRF और NDRF की टीमें मौके पर तैनात की गई हैं ताकि फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके। सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें।
पर्यटकों और यात्रियों के लिए सलाह
उत्तराखंड प्रशासन ने यमुनोत्री यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है और यात्रियों को आगे की सूचना तक यात्रा न करने की सलाह दी है। साथ ही, स्थानीय लोगों को भी पहाड़ी ढलानों और जलधाराओं के पास न जाने की चेतावनी दी गई है।
सड़कें बंद होने से स्थानीय व्यापार, आवागमन, और आपूर्ति श्रृंखला पर बुरा असर पड़ा है। कई गांवों में आवश्यक वस्तुएं और चिकित्सा सुविधाएं समय पर नहीं पहुँच पा रही हैं, जिससे ग्रामीणों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।